RSSB CET Normalization 2025: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित की गई समान पात्रता परीक्षा (CET) परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन किया जाएगा । बोर्ड द्वारा सीईटी परीक्षा एक से अधिक पारियों में आयोजित किए जाने के कारण नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई जाएगी । इसका मुख्य उद्देश्य सभी पारियों में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए अपनाया जाता है।
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कई बार अलग-अलग पारियों में पेपर का लेवल अलग-अलग होता है, जिससे अभ्यर्थियों के स्कोरकार्ड पर प्रभाव पड़ता है । बोर्ड इसी असमानता को दूर करने के लिए नॉर्मलाइजेशन करेगा । आइए जानते हैं कि RSSB CET Normalization 2025 कैसे काम करता है, इससे सीईटी स्कोरकार्ड और सीईटी कट ऑफ पर क्या असर पड़ता है, इससे किस पारी को फायदा मिलेगा।
RSSB CET Normalization 2025 क्या है?
नॉर्मलाइजेशन का हिंदी अर्थ “अंकों के सामान्यीकरण की प्रक्रिया” होता है। पिछले कई वर्षों से विद्यार्थी आयोगों से शिकायत कर रहे थे कि विभिन्न शिफ्टों में परीक्षा का स्तर समान नहीं होता। कुछ शिफ्टों में पेपर का स्तर बहुत आसान होने के कारण, अभ्यर्थी कम समय में अधिक प्रश्न हल करने में सफल हो जाते थे। वहीं, अन्य शिफ्टों में पेपर कठिन होने की वजह से, अभ्यर्थी कड़ी मेहनत के बावजूद ज्यादा प्रश्न हल नहीं कर पाते थे। इसी असमानता को दूर करने के लिए नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई जाती है।
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नॉर्मलाइजेशन की जरूरत क्यों पड़ती है?
- CET 2025 Normalization Formula इसलिए लागू किया जाता है क्योंकि अलग-अलग शिफ्टों में प्रश्नों का कठिनाई स्तर अलग हो सकता है।
- यदि एक शिफ्ट कठिन और दूसरी आसान हो, तो RSSB CET Normalization Process सभी के अंकों को बैलेंस करता है।
- यह सुनिश्चित करता है कि कठिन परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों को नुकसान न हो और सभी को बराबर अवसर मिले।
RSSB CET में नॉर्मलाइजेशन का फॉर्मूला क्या है?
CET Score Calculation के लिए यह फॉर्मूला अपनाया जाता है:
नॉर्मलाइज्ड स्कोर = (अभ्यर्थी का वास्तविक स्कोर – शिफ्ट का न्यूनतम स्कोर) / (शिफ्ट का अधिकतम स्कोर – शिफ्ट का न्यूनतम स्कोर) × (सभी शिफ्टों का अधिकतम स्कोर – सभी शिफ्टों का न्यूनतम स्कोर) + सभी शिफ्टों का न्यूनतम स्कोर
इस प्रक्रिया में सभी Rajasthan CET Exam Shifts का औसत स्कोर निकाला जाता है और फिर CET Score Calculation किया जाता है।
किस शिफ्ट के उम्मीदवारों को होगा फायदा?
- जिन उम्मीदवारों की शिफ्ट कठिन होगी, RSSB CET Normalization 2025 से उनके अंक बढ़ सकते हैं।
- आसान शिफ्ट के उम्मीदवारों के स्कोर को संतुलित किया जाएगा, जिससे किसी को अतिरिक्त लाभ न मिले।
- यदि किसी शिफ्ट में कठिनाई का स्तर अधिक था, तो CET Cutoff Impact में बदलाव हो सकता है।
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नॉर्मलाइजेशन से कटऑफ पर क्या असर पड़ेगा?
- RSSB CET Normalization Process के कारण CET Cutoff Impact बदल सकता है।
- कठिन शिफ्ट के अभ्यर्थियों के अंकों में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे मेरिट में बदलाव संभव है।
- Rajasthan CET Exam Shifts के कठिनाई स्तर के आधार पर विभिन्न श्रेणियों की कटऑफ अलग-अलग हो सकती है।
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